अंकिरा ग्राम बाबूसाजबहार के खेल मैदान में गुरुवार को शहीद स्व. सिल्वानुस एक्का स्मृति ग्रामीण स्तरीय क्रिकेट प्रतियोगिता का भव्य समापन किया गया। यह प्रतियोगिता बीते रविवार से आरंभ हुई थी, जिसमें पांच दिनों तक क्रिकेट का रोमांच पूरे क्षेत्र में छाया रहा। प्रतियोगिता में क्षेत्र के विभिन्न गांवों के साथ-साथ पड़ोसी राज्य ओडिशा की टीमों ने भी भाग लेकर आयोजन को विशेष बना दिया।पाँच दिनों तक चले इस टूर्नामेंट में कुल 16 टीमों ने भाग लिया। सुबह से लेकर शाम तक मैदान में दर्शकों की भीड़ लगी रही। खिलाड़ियों के शानदार छक्कों-चौकों से मैदान तालियों से गूंजता रहा। ग्रामीणों में खेल को लेकर उत्साह का माहौल रहा और प्रत्येक मुकाबला रोमांच से भरा रहा।
फाइनल मुकाबले में पगुराबहार की धमाकेदार जीत
समापन दिवस पर फाइनल मैच पगुराबहार और लावाकेरा की टीमों के बीच खेला गया। यह मैच 8-8 ओवर का रखा गया था।
पहली पारी में पगुराबहार की टीम ने शानदार बल्लेबाजी का प्रदर्शन करते हुए 91 रन बनाए। जवाब में लावाकेरा की टीम ने बेहतर शुरुआत तो की, लेकिन पगुराबहार की घातक गेंदबाजी के आगे 8 ओवर में 47 रन ही बना सकी।
इस प्रकार पगुराबहार की टीम ने 44 रन से विजय प्राप्त कर शहीद स्व. सिल्वानुस एक्का स्मृति ट्रॉफी पर कब्जा जमाया।
विजेता टीम को ₹25,000 का नगद पुरस्कार, ट्रॉफी और प्रमाणपत्र प्रदान किया गया, जबकि उपविजेता टीम लावाकेरा को ₹20,000 नगद पुरस्कार से सम्मानित किया गया। खिलाड़ियों के चेहरे पर जीत की खुशी साफ झलक रही थी, वहीं दर्शक भी तालियों और नारों से खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करते नजर आए।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि डीडीसी श्रीमती दुलारी सिंह ने कहा कि ऐसे आयोजन ग्रामीण क्षेत्रों में छिपी हुई खेल प्रतिभाओं को आगे लाने का महत्वपूर्ण माध्यम हैं। गांवों के खिलाड़ी भी अगर अवसर और प्रोत्साहन मिले तो राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकते हैं। खेल हमें अनुशासन, एकता और समर्पण की भावना सिखाता है। हार किसी अंत का प्रतीक नहीं, बल्कि नई शुरुआत और सीख का अवसर होती है।उन्होंने आयोजकों को बधाई देते हुए कहा कि इस प्रकार के प्रतियोगिताएं गांवों में खेल के साथ-साथ भाईचारे और सामाजिक समरसता को भी मजबूत करती हैं।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि बीडीसी बासुदेव नायक, सरपंच संजय भगत, जागरीना केरकेट्टा, तेजेश्वरी सिंह, तथा पूर्व मंडल अध्यक्ष कपिलेश्वर सिंह उपस्थित रहे।सभी अतिथियों ने खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त किया और दोनों टीमों के उत्कृष्ट प्रदर्शन की सराहना की। उन्होंने कहा कि ग्रामीण खेल आयोजन आज युवाओं को सकारात्मक दिशा देने का माध्यम बन रहे हैं।
दर्शकों में उमड़ा उत्साह, खेल मैदान बना आकर्षण का केंद्र
फाइनल मुकाबले के दौरान मैदान में भारी भीड़ रही। दर्शक हर चौके-छक्के पर झूम उठते थे। पूरे कार्यक्रम के दौरान अनुशासन और खेल भावना का वातावरण बना रहा। ग्रामीण महिलाएँ, बच्चे और बुजुर्ग भी मैदान में बड़ी संख्या में उपस्थित होकर खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ा रहे थे।इस प्रतियोगिता के सफल आयोजन में अध्यक्ष चन्द्रधर राय, संरक्षक सुरेश सिंह, विजय सिंह, उपाध्यक्ष सुधीर लकड़ा, महेंद्र ओगरे, दिनेश सिंह और विकास खड़िया सहित संपूर्ण आयोजन समिति का विशेष योगदान रहाआयोजन समिति द्वारा अतिथियों का पुष्पगुच्छ से स्वागत किया गया।कार्यक्रम के अंत में समिति की ओर से सभी खिलाड़ियों, दर्शकों और अतिथियों का आभार व्यक्त किया गया। समिति ने यह भी घोषणा की कि आगामी वर्ष में इस टूर्नामेंट को और बड़े स्तर पर आयोजित किया जाएगा, ताकि अधिक से अधिक ग्रामीण खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिल सके।
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