रौनियार (गुप्ता) समाज छत्तीसगढ़ के सोशल मीडिया मंच रौनियार दर्पण ने लॉकडाउन अवधि में समाज के मरीजों के इलाज एवं चिकित्सा सेवा एवं सहायता के लिए अनुपम पहल की।
अप्रैल में लॉकडाउन लगते ही डॉक्टरी परामर्श, आवागमन एवं इलाज की समस्या थी। ऐसे में जरूरत की चीजें मुहैया नहीं हो पा रही थीं, तब मंच ने उनके लिए इलाज, परामर्श सहित रक्त, भोजन, फल, दूध उपलब्ध कराया, वहीं समाज ने नमस्ते डॉक्टर अभियान चलाया। इसका लाभ समाज के सैकड़ों लोगों ने लिया।कोरोनाकाल में डॉक्टर नियमित रूप से उपलब्ध नहीं थे। कई बीमार लोग डॉक्टर से संपर्क के लिए भटक रहे थे। इधर रौनियार समाज के लोगों ने रौनियार दर्पण को अपनी समस्याएं बताकर सहायता मांगी। ऐसे में रौनियार दर्पण टीम ने समाज के 32 डॉक्टरों की एक टीम बनाई और इस अभियान को नाम दिया ‘’नमस्ते डॉक्टर’’ चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सलाह कार्यक्रम। डॉक्टर्स, मरीज और जरूरतमंद लोगों की पहली वर्चुअल मीट की शुरुआत 23 मई को हुई।
प्रति रविवार 3 से 6 बजे तक 6 विशेषज्ञ डॉक्टरों को बुलाकर जरूरतमंदों चिकित्सा सलाह दी
गई। इस दौरान मरीजों को आवश्यक जांच की सलाह देकर एवं रिपोर्ट देखकर डाक्टरों ने
दवाइयां बताईं। इससे समाज के लोगों को काफी लाभ मिला। नमस्ते डॉक्टर अभियान में 27 डाक्टरों ने नि:शुल्क सेवा दी। 5 रविवार तक चले इस अभियान में प्रदेश के सैकड़ों रौनियार जन
शामिल हुए। 20 जून को इस अभियान का
समापन हुआ। कुछ डॉक्टर मुम्बई, पूना, भिलाई, रायपुर, अम्बिकापुर, रायगढ़, जशपुर एवं सूरजपुर आदि स्थानों से भी जुड़े। रौनियार दर्पण
की ओर से सभी डॉक्टरों को सम्मान पत्र भेंट किया गया।
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