रायगढ़ डेस्क रिपोर्ट:-- लड़की को भगा ले जाने से भड़के परिजन ने तांत्रिक की हत्या कर शव
भूपदेवपुर जंगल में छिपा दिया था। 7 जून को हुई हत्या का खुलासा बुधवार को हुआ है। पुलिस ने हत्या के
दो आरोपियों को हिरासत में लिया है। मामले में जांच जारी है। समाचार लिखे जाने तक
एफआईआर नहीं की गई थी।
बुधवार सुबह भूपदेवपुर पुलिस को
जबलपुर के जंगल में एक युवक के शव पड़े होने की सूचना मिली। पुलिस ने शव बरामद
किया। परसदा गांव के सरपंच ने बताया कि कन्हैया राठिया नाम के व्यक्ति ने आकर युवक
की हत्या करने की बात कबूली है। पुलिस ने रिश्ते में चाचा-भतीजा कन्हैया राठिया और
टीकम राठिया को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। आरोपियों ने बताया कि तेंदूडीपा
निवासी 19 वर्षीय युवती को
पतरापाली निवासी तांत्रिक छोटेलाल सारथी (35) प्रेमजाल में फंसा भगा ले गया था। सोमवार को कोरबा के सलिहांभाठा
गांव से लेकर आ रहे थे।
2 जून को थाने में दर्ज हुई थी गुमशुदगी की रिपोर्ट
युवती 27 मई की शाम घर से बिना बताए युवक के साथ चली गई थी। इसके बाद से
लगातार युवती के परिजन खोजबीन में लगे हुए थे। इसके बाद 2 जून को परिजन ने भूपदेवपुर थाने में
युवती की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। इसके बाद युवती के कोरबा में होने का पता
चला। परिवार 7 जून को युवती को घर लेकर आया लेकिन
इससे पहले रास्ते में तांत्रिक की हत्या कर दी।
10 साल से दोनों परिवारों के बीच थे अच्छे संबंध
आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि 10 सालों से मृतक का उनके घर में
आना-जाना था। युवती उसके सामने ही बड़ी हुई। बावजूद आरोपी भरोसा तोड़ा। यही बात
उन्हें बार-बार खल रही थी। इस कारण युवती के परिजन ने मिलकर तांत्रिक को रास्ते
में सबक सिखाने का सोचकर उतारा। आक्रोश में आरोपियों ने अपनी हदें पार करते हुए
डंडों से पीट-पीट तांत्रिक की हत्या ही कर दी।
और टीकम राठिया को हिरासत में लेकर
पूछताछ शुरू की। आरोपियों ने बताया कि तेंदूडीपा निवासी 19 वर्षीय युवती को पतरापाली निवासी
तांत्रिक छोटेलाल सारथी (35) प्रेमजाल में फंसा
भगा ले गया था। सोमवार को कोरबा के सलिहांभाठा गांव से लेकर आ रहे थे।
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