जांच में 3 हजार क्विंटल से अधिक 7459 बोरी धान घोटाला का खुलासा
अम्बिकापुर:-- सूरजपुर जिले की जयनगर आदिम जाति सेवा सहकारी समिति में 80 लाख रुपए के धान घोटाले का खुलासा हुआ है। जांच में 3 हजार क्विंटल से अधिक 7459 बोरी धान नहीं मिला।
घोटाले का भंडाफोड़ तब हुआ, जब मिलरों को यहां से धान उठाव के लिए डीओ जारी किया गया। मिलर धान उठाव के लिए वाहन लेकर समिति पहुंचे तो पाया कि वहां धान है ही नहीं। गड़बड़ी की शिकायत पर खाद्य विभाग और विपणन संघ के अधिकारी समिति पहुंचकर चालू खरीफ वर्ष में किसानों से खरीदे गए धान का सत्यापन कराया, तो रिकार्ड के हिसाब से करीब सवा 31 सौ क्विंटल धान नहीं मिला। खरीफ वर्ष 2020-21 में जयनगर समिति में समर्थन मूल्य पर किसानों से 46 हजार क्विंटल से अधिक धान की खरीदी की गई। आरोप है कि समिति प्रबंधक, अध्यक्ष व कंप्यूटर ऑपरेटर ने मिलकर घोटाला किया है। मामले में समिति प्रबंधक श्यामलाल प्रजापति, अध्यक्ष अरविंद सिंह व कंप्यूटर आॅपरेटर कमल कुमार सिंह पर एफआईआर कराई जाएगी।
48 खरीदी केंद्रों में की जाएगी जांच
गड़बड़ी के खुलासे के बाद जिले के सभी 47 समितियों से 48 खरीदी केंद्रों में धान खरीदी की जांच होगी। जल्द इसके लिए टीम गठित की जाएगी। समर्थन मूल्य पर 2500 रुपए प्रति क्विंटल धान की खरीदी हुई है। प्रति क्विंटल 1888 रुपए का तत्काल भुगतान किया है, जबकि बाकी राशि तीन किस्तों में किसानों के खाते में जमा कराई जाती है। पहली किस्त सरकार किसानों को बांट चुकी है, बाकी दो किस्त देनी है। कई और जगह गड़बड़ी सामने आ रही है। 20 करोड़ अधिक की गड़बड़ी का अंदेशा है।
नोटिस जारी, तीन दिन में मांगा जवाब: फूड ऑफिसर ने बताया कि गड़बड़ी के खुलासे के बाद मामले में समिति प्रबंधक, अध्यक्ष व आॅपरेटर को नोटिस जारी कर दिया है। तीनों से तीन दिन के भीतर जवाब मांगा गया है। साथ ही एफआईआर कराई जा रही है। सत्यापन के दौरान प्रबंधक से पूछा गया तो उनका कहना था कि धान कहां चला गया, मुझे पता नहीं है। ये बचाव के लिए ऐसा कह रहे हैं। 31 सौ क्विंटल धान नहीं मिला है।
सूरजपुर जिले के जयनगर आदिम जाति सेवा सहकारी समिति, जांच के दौरान मिली गड़बड़ी।
कई जगह और भी समितियों में 20 करोड़ से अधिक की गड़बड़ी का अंदेशा
जांच में 3114.83 क्विंटल धान कम मिला
खाद्य अधिकारी के निर्देश में गठित टीम में सहायक खाद्य अधिकारी संदीप भगत, खाद्य निरीक्षक नीतीश कुमार, सहकारिता निरीक्षक बर्मन, जिला सहकारी बैंक के शाखा प्रबंधक खरे धान के सत्यापन के लिए जयनगर समिति पहुंचे थे। जयनगर धान खरीदी केंद्र अंबिकापुर-बिश्रामपुर मुख्य मार्ग एनएच 43 पर स्थित है, जहां मंत्री से लेकर प्रशासनिक अमला खरीदी के दौरान आए दिन जांच में पहुंचता रहता था, बाबजूद इसके करीब 80 लाख रुपए का फर्जीवाड़ा हो गया।
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