जशपुर---- कोरोना के खिलाफ जारी टीकाकरण की मुहिम ग्रामीण क्षेत्रों में फैली अफवाहों व भ्रम के कारण कमजोर होती दिखाई दे रही है। जिले के सोनहत ब्लॉक में 45 से अधिक आयु वर्ग के लोग टीका लगवाने के लिए केंद्रों पर नहीं पहुंच रहे हैं। 18 वर्ष से अधिक आयु का टीकाकरण अब बंद हो चुका है। ऐसे में ब्लॉक में 45 से अधिक आयु वर्ग में सिर्फ 20 से 30 टीका ही लग पा रहे हैं। लोगों में टीकाकरण के लिए जागरूकता बढ़ाने के लिए प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की टीम गांवों में घर-घर पहुंच रही है, लेकिन अपील के बाद भी दो चार लोग ही वैक्सीन लगवा रहे हैं।
बता दें कि जिले में लगभग सभी ग्रामीण इलाकों में यही हाल बना हुआ है। टीका लगवाने लोग आगे नहीं आ रहे हैं। हर ब्लॉक में एक दिन में 30 से 60 वैक्सीन ही लगाई जा रही है। एक तरफ जिला प्रशासन टीकाकरण की रफ्तार बढ़ाने के लिए प्रयासरत है। वहीं जिले के कई गांवों में लोग टीका लगवाने से पीछे हट रहे हैं। इसके पीछे बड़ी वजह है, टीके के प्रति ग्रामीणों में दहशत है। वहीं, दूसरी तरफ गांव में ऐसा तबका भी है, जो पढ़ा-लिखा है और टीकाकरण के पक्ष में है, लेकिन 18 साल का टीकाकरण अब बंद होने से युवा फिलहाल यह अवसर खो चुके हैं। गांव के बुजुर्ग टीकाकरण के खिलाफ में नजर आ रहे हैं। प्रशासन लगातार इनके बीच जाकर वैक्सीन लगवाने की अपील कर रहा है।
ग्रामीणाें को समझना होगा कि टीका सुरक्षित, जरूर लगवाएं
सीएमएचओ डॉ. रामेश्वर शर्मा ने बताया कि टीके को लेकर फैले भ्रम को दूर करने स्वास्थ्य विभाग, जिला प्रशासन शुरू से प्रयासरत है। इसके लिए कई बार जागरूकता शिविर व अन्य माध्यम का सहारा भी लिया जा रहा है। जिला टीकाकरण अधिकारी एसएस सिंह ने बताया कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में टीका ही एक मात्र हथियार है। टीका लगाने के बाद बुखार आ सकता है, लेकिन इससे डरकर दूसरा डोज नहीं लगवाना गलत है। ग्रामीण इस बात को समझें कि टीका सुरक्षित है और कोरोना से लड़ाई में कारगर है।
ग्रामीणों की दो टूक- टीका नहीं लगवाएंगे, टीम ने काफी समझाया
जनपद पंचायत सोनहत के सीईओ आरएस सेंगर ने बताया कि गांवों में भ्रम के कारण लोग टीका नहीं लगवा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के साथ अधिकारियों की टीम ने जब ग्रामीणों से टीका क्यों नहीं लगवाया ये सवाल पूछा तो कई ग्रामीण मुंह फेर गए, तो कुछ ने दो टूक जवाब दिया कि टीका नहीं लगवाएंगे। कुछ ने कहा कि टीका लगवाने से भी बीमार पड़ जाएंगे, कोरोना होने से भी फिर क्यों टीका लगवाएं। जिस पर ग्रामीणों को समझाया गया और मोहल्ला पारा के दो-चार ग्रामीण को टीका लगाया गया। इस तरह नवगई में 7 टीका व लटमा में 3 टीका लगाया जा सका।
लोगों को जागरूक करना चुनौती प्रशासन का समय और खर्च बढ़ेगा
गांवों में 45 से अधिक आयु के नागरिकों को वैक्सीन लगवाने के लिए प्रशासन को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। यहां दिन भर में बहुत कम नागरिक ही वैक्सीन लगवाने पहुंच रहे हैं। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए हर व्यक्ति को टीका लग सके, इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने रणनीति में बदलाव किया और जिले के साढ़े 6 सौ गांवों में जहां टीकाकरण कम हो रहे हैं। वहां अफसरों की टीम टीकाकरण से लोगों को जोड़ने के लिए घरों तक पहुंच कर टीका लगाने के साथ इसके महत्व को बता रही है, लेकिन परेशानी यह है कि इससे प्रशासन का समय और खर्च दोनों बढ़ेगा।
ग्रामीणाें काे टीका लगवाने के लिए जागरूक करते हुए स्वास्थ्य विभाग व अधिकारी।
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