जशपुर / अंकिरा । ममता को कलंकित करने वाली एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक महिला ने अपनी 6 माह की मासूम बच्ची और एक 14 वर्षीय नाबालिग लड़की को रेलवे स्टेशन पर लावारिस हालत में छोड़ दिया। लेकिन जशपुर पुलिस ने इस सनसनीखेज मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी मां को तमिलनाडु से गिरफ्तार कर लिया।
घटना का खुलासा
थाना आस्ता क्षेत्र की एक महिला ने 12 जून 2024 को अपनी 14 वर्षीय बेटी के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जांच में सामने आया कि पड़ोस की महिला पुष्पा सुरेन उसे काम के बहाने अपने साथ ले गई थी। पुलिस ने मामला दर्ज कर खोजबीन शुरू की और 18 जुलाई को पता चला कि राउरकेला रेलवे स्टेशन में एक नाबालिग लड़की 6 माह की बच्ची के साथ लावारिस हालत में मिली है। रेलवे पुलिस ने उन्हें सुरक्षित रखा और जशपुर पुलिस से संपर्क किया।
क्रूरता की हदें पार
नाबालिग लड़की के बयान ने सबको झकझोर दिया। उसने बताया कि पुष्पा सुरेन उसे रायगढ़ और बिलासपुर ले जाकर घरेलू काम करवाती रही। फिर वह उन्हें राउरकेला ले गई और रेलवे स्टेशन पर अपनी 6 माह की बच्ची को लड़की के हाथ में देकर फरार हो गई।
तमिलनाडु से हुई गिरफ्तारी
पुलिस ने लगातार आरोपी की तलाश जारी रखी। मुखबिर से सूचना मिली कि पुष्पा सुरेन तमिलनाडु में छिपी हुई है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह के निर्देश पर एक विशेष टीम गठित की गई, जिसने तमिलनाडु के चेंगलपत जिले से उसे गिरफ्तार कर लिया।
कानून का शिकंजा
पूछताछ में पुष्पा सुरेन ने अपराध स्वीकार कर लिया, जिसके बाद 1 फरवरी 2025 को उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
पुलिस टीम की सराहनीय भूमिका
इस सफल अभियान में थाना प्रभारी संजय सिंह, सहायक उपनिरीक्षक दीपक बड़ा, आरक्षक अनिल भगत और महिला आरक्षक अल्पना एक्का की अहम भूमिका रही।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक का बयान
एसएसपी शशि मोहन सिंह ने बताया,
"नाबालिग लड़की और मासूम बच्ची को सुरक्षित बचा लिया गया था। आरोपी बार-बार अपनी लोकेशन बदल रही थी, लेकिन हमारी पुलिस टीम ने उसे तमिलनाडु से गिरफ्तार कर लिया।"
न्याय की ओर एक कदम
इस घटना ने एक बार फिर दिखा दिया कि कानून के हाथ लंबे होते हैं और अपराधी कहीं भी छिप जाए, बच नहीं सकता। जशपुर पुलिस की तत्परता ने दो मासूम जिंदगियों को सुरक्षित बचा लिया और दोषी को सलाखों के पीछे पहुंचाया।
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आरोपी |
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