फरसाबहार /अंकिरा - अंकिरा, झारमुंडा और फरदबहार के इतिहास में शायद पहली बार ऐसा उत्साह देखने को मिल रहा है। क्षेत्र क्रमांक 10 बीडीसी के चुनाव में धवलेश्वर सिंह ने अपनी दावेदारी क्या घोषित की, पूरे इलाके में मानो एक नया जोश और उमंग छा गया। युवा, बुजुर्ग, महिलाएं—हर वर्ग में खुशी की लहर दौड़ गई। लोग उन्हें क्षेत्र के भविष्य के रूप में देख रहे हैं।
जनता का नेता, हर दिल की उम्मीद
धवलेश्वर सिंह का नाम क्षेत्र में ईमानदारी, कड़ी मेहनत और जनसेवा का पर्याय है। उन्होंने अपने सामाजिक कार्यों और विकास के प्रयासों से न केवल युवाओं का दिल जीता है, बल्कि हर वर्ग को अपनी ओर आकर्षित किया है। उनकी दावेदारी को लोग बदलाव की शुरुआत के रूप में देख रहे हैं।
युवाओं का कहना है कि धवलेश्वर सिंह उनकी आवाज हैं। वे न केवल उनकी समस्याओं को समझते हैं, बल्कि उन्हें हल करने का साहस और संकल्प भी रखते हैं।
धवलेश्वर सिंह का विजन: विकास का नया अध्याय
अपने संबोधन में धवलेश्वर सिंह ने कहा, "यह दावेदारी मेरा सपना नहीं, बल्कि आप सभी की उम्मीदों का परिणाम है। मेरा लक्ष्य है क्षेत्र को शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के क्षेत्र में अग्रणी बनाना। हम मिलकर ऐसा क्षेत्र बनाएंगे, जिस पर सभी को गर्व होगा।"
हर तरफ समर्थन, जनता ने जताया भरोसा
बुजुर्गों ने कहा, "धवलेश्वर जैसे नेता को देखकर हमें यकीन है कि क्षेत्र का भविष्य उज्ज्वल होगा। उन्होंने हमेशा ईमानदारी से काम किया है और हमें उन पर गर्व है।" महिलाएं भी उनके साथ खड़ी हैं, जो उनके प्रयासों को सराहते हुए कहती हैं कि उन्होंने हमेशा महिलाओं के उत्थान के लिए काम किया है।
आने वाले दिनों का नजारा:
धवलेश्वर सिंह की दावेदारी से चुनावी मुकाबला रोमांचक हो गया है। उनके प्रति उमड़ा जनसमर्थन साफ संकेत देता है कि जनता बदलाव चाहती है। अब देखना यह होगा कि यह उत्साह वोटों में कैसे तब्दील होता है। फिलहाल, क्षेत्र में "धवलेश्वर सिंह जिंदाबाद" के नारों की गूंज है और हर ओर उनके नाम का डंका बज रहा है।
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