सागर सिंह:-- सरकार ने जल जीवन मिशन के तहत सभी घरों में पाइपलाइन से साफ पानी
पहुंचाने की योजना है ताकि लोगों की पानी की समस्या से पूरी तरह छुटकारा मिल जाए, परंतु ग्राम सेन्द्रीमुंडा के
ग्रामीणों को इस योजना का लाभ मिलता नहीं दिख रहा है। कुनकुरी जनपद पंचायत के
ग्राम पंचायत सेन्द्रिमुण्डा में बनी पानी की टंकी को लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी
विभाग ने ट्रायल के तौर पर एक दिन शुरू किया था, उसके बाद चार साल से इस पर ध्यान नहीं दिया। अब तक ग्राम पंचायत को
नल जल योजना में बनी टंकी को हैंडओवर नहीं किया गया है। इससे लोगों को पानी की समस्या
हो रही है।
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग ने
ग्राम पंचायत सेन्द्रीमुंडा में पानी की समस्या को दूर करने के लिए लाखों रुपए की
लागत से 4 साल पहले नल जल योजना के तहत पानी
टंकी का निर्माण करने के साथ पाइप लाइन बिछाई गई है, लेकिन विभाग की लापरवाही के कारण यह योजना ठप पड़ी हुई है। स्थानीय
ग्रामीणों ने जानकारी दी कि 2017-18 में इस टंकी का निर्माण करने के साथ-साथ पाइप लाइन बिछा दी गई, परंतु 4 साल तक योजना का लाभ लोगों को नहीं दिया गया। टेस्टिंग के नाम से
एक दो बार चालू जरूर किया गया है। वर्तमान में हालत यह है कि योजना के तहत बिछाई
गई पाइप ओर सार्वजनिक नल टूट चुके हैं। ग्राम पंचायत के उप सरपंच व पदाधिकारी ने
पूछने पर बताया कि ग्राम पंचायत को विभाग ने हैंडओवर नहीं किया, वही विभाग के एसडीओ कुनकुरी ने पूछने
पर बताया कि हैंडओवर की आवश्यकता नहीं स्वतः ही टेस्टिंग के बाद सब कुछ ग्राम
पंचायत के अधीन हो जाता है।
गुणवत्ताविहीन निर्माण, घरों में नहीं पहुंचा पानी: सरपंच
ठेकेदार ने घटिया निर्माण कराया है।
जगह जगह पाइप टूट चुकी है। विभाग ने इसे अब तक हैंडओवर नहीं किया है। विभाग की
लापरवाही के कारण घर घर पानी पहुंच नहीं पा रहा है।
दिया गया। टेस्टिंग के नाम से एक दो
बार चालू जरूर किया गया है। वर्तमान में हालत यह है कि योजना के तहत बिछाई गई पाइप
ओर सार्वजनिक नल टूट चुके हैं। ग्राम पंचायत के उप सरपंच व पदाधिकारी ने पूछने पर
बताया कि ग्राम पंचायत को विभाग ने हैंडओवर नहीं किया, वही विभाग के एसडीओ कुनकुरी ने पूछने
पर बताया कि हैंडओवर की आवश्यकता नहीं स्वतः ही टेस्टिंग के बाद सब कुछ ग्राम
पंचायत के अधीन हो जाता है।
रिपेयरिंग हुई,पंचायत खुद हैंडओवर ले ले: एसडीओ

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