स्कूल शिक्षा विभाग ने हाई एवं हायर सेकंडरी स्तर की पढ़ाई भी
मोहल्ला कक्षाओं के माध्यम से कराने का निर्णय लिया है।
पढ़ाई तुंहर दुआर की तैयारी बैठक
प्रमुख सचिव डॉ. आलोक शुक्ला की अध्यक्षता में हुई। इसमें स्कूल शिक्षा विभाग के
सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह ने हाई एवं हायर सेकंडरी स्तर पर अध्ययनरत बच्चों को
विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयार करने एवं राज्य के विद्यार्थियों का
नियमित अध्ययन जारी रखने में सहयोग के उद्देश्य से मोहल्ला कक्षाओं के संचालन पर
फोकस करने के निर्देश अफसरों को दिए हैं। कोरोना लाॅकडाउन के दौरान बच्चों काे घर
में ही शिक्षा देने के लिए पढ़ई तुंहर दुआर नामक योजना शुरू की थी । इसमें ऑनलाइन
एवं ऑफ़लाइन दोनों प्रकार से शिक्षा दी। इस कार्यक्रम को लॉकडाउन की वजह से दूसरे
वर्ष भी जारी रखा जा रहा है। इसकी शुरुआत से पहले शिक्षकों से विभिन्न नवाचारी
सुझाव साझा लेने के लिए 27 जून की
दोपहर 12 बजे से समग्र शिक्षा की ओर से एक
वेबीनार का आयोजन किया गया है। इसमें छत्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख
सचिव डॉ. आलोक शुक्ला एवं सचिव डॉ कमलप्रीत संबोधित करेंगे और शिक्षकों के
नवाचारों के आधार पर आगामी वर्ष के लिए पढ़ई तुंहर दुआर का लाभ छात्रों को देने की
रणनीति तैयार करेंगे।
शिक्षकों का शेड्यूल होगा तय -
हाई एवं हायर सेकंडरी स्तर पर बहुत से विषय होते हैं। मोहल्ला कक्षाओं के संचालन
के लिए दिन एवं स्थल का निर्धारण कर विभिन्न विषयों के अध्यापन के लिए विषय
विशेषज्ञों को जिम्मेदारी देते हुए शेड्यूल बनाया जाएगा। मोहल्ला कक्षाओं के
संचालन की जिम्मेदारी शाला संकुल के प्राचार्यों की होगी। इसमें बच्चों को ऑनलाइन
एवं ऑफलाइन दोनों मॉडल का उपयोगकर शिक्षा दी जाएगी ।
निर्णय:
कक्षाओं की होगी मॉनिटरिंग--
राज्य में स्कूल शिक्षा विभाग
ने पढ़ाई तुंहर दुआर के संबंध में हुई बैठक में निर्णय लिया कि बच्चों के सहयोग के
लिए विभिन्न स्तरों पर कक्षाओं की नियमित मॉनिटरिंग की जाए। ऑनलाइन मॉनिटरिंग में
प्रतिदिन विभिन्न स्कूलों के केचमेंट एरिया में संचालित मोहल्ला एवं अन्य नवाचारी
कक्षाओं की जानकारी दी जाएगी। इसमें स्कूल के तहत मोहल्ला कक्षा में शिक्षक द्वारा
चिह्नांकित बच्चों में से कितने बच्चों की उपस्थिति सुनिश्चित कर उन्हें सीखने में
सहयोग किया।
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