देवा सिंह : कोरोना संक्रमण के दौरान जिला अस्पताल के सामान्य ओपीडी में मरीजों की संख्या भी कम हो गई थी। संक्रमण से सुरक्षा के लिहाज से जनरल ओपीडी में डॉक्टर सिर्फ गंभीर मरीजों को देख रहे थे। पर संक्रमण कम होने के बाद ओपीडी सबके लिए खुल चुकी है और हर छोटी-बड़ी बीमारियों का इलाज शुरू कर दिया गया है। अब राेजाना जिला अस्पताल में करीब 200 से अधिक मरीज पहुंचकर अपना उपचार करा रहे हैं।
डॉक्टरों के मुताबिक संक्रमण से बचने के लिए छोटी मोटी परेशानियों में पहले लोग अस्पताल नहीं आ रहे थे। इसलिए मरीजों की संख्या बेहद कम थी। संक्रमण काल के दौरान रोजाना 50 से भी कम मरीज उपचार के लिए जिला अस्पताल पहुंच रहे थे। पर अब मरीजों की भीड़ बढ़ रही है। अस्पताल की गेट के पास ही जांच की व्यवस्था की है।
बरसाती बीमारियों से बचने यह बरतें सावधानी :
डॉ एफ खाखा ने बताया कि बरसात में होने वाली बीमारियों से बचने के लिए सबसे पहले तो भीगने से बचें। यदि भीग गए तो जितनी जल्दी हो सके सूखे कपड़े पहन लें। खानपान में विशेष सावधानी बरतें और हमेशा गर्म व ताजे भोजन का सेवन करें। बाहर के खाद्य पदार्थ होटल व ठेलों की सामग्रियां ना खांए। पानी उबालकर पीएं और गम पानी का सेवन करें। दिन में कम से कम एक बार भाप ले सकते हैं। इसके अलावा कोरोना से बचाव का भी ध्यान रखें और हमेशा घर से बाहर निकलते वक्त मास्क लगाकर निकलें व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। खुद को सेहतमंद बनाए रखने के लिए हरी साग सब्जियों व फलों का सेवन जरूर करें।
बरसात के कारण बीमार पड़ रहे लोग :
सिविल सर्जन डॉ एफ खाखा ने बताया कि अस्पताल में इन दिनों सर्दी-खांसी, उल्टी-दस्त जैसी बीमारियों के मरीज ज्यादा संख्या में पहुंच रहे हैं। यह सभी बीमारियों बरसात के कारण हैं। पर चूंकि कोरोना संक्रमण के लक्षण में भी सर्दी-खांसी व बुखार के साथ उल्टी-दस्त की परेशानी होती है इसलिए जरूरत के हिसाब से मरीजों की कोरोना जांच भी कराई जा रही है। अस्पताल परिसर व मरीजों की भीड़ के बीच अभी भी संक्रमण का खतरा बना हुआ है।
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