डेस्क रिपोर्ट:---उत्तर प्रदेश के सीतापुर में जिला अस्पताल प्रशासन की बड़ी लापरवाही देखने को मिली है. यहां पर स्वास्थ्य महकमे की अनदेखी के चलते एक पिता को अपने मासूम बेटे के शव को बाइक पर ले जाने के लिए मजबूर होना पड़ा. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया. जानकारी के मुताबिक, तालगांव क्षेत्र के निवासी छेदी का 9 साल का बेटा मंगलवार को कस्बे में सड़क हादसे का शिकार हो गया था. परिजनों ने उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया था पर बुधवार सुबह मासूम बच्चे ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था. डॉक्टरों ने शव को पोस्टमार्टम के लिए शवगृह में रखवा दिया. पुलिस ने पंचायतनामा भरकर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए तैयार किया, जिसके बाद परिजन शव को पोस्टमॉर्टम हाउस तक ले जाने के लिए शव वाहन की तलाश करने लगे,
इस दौरान बच्चे के पिता ने शव वाहन के ड्राइवरों को फोन किया और उन्होंने जल्द से जल्द मौके पर पहुंचने की बता कही. लेकिन घंटों इंतजार करने के बाद भी कोई नहीं आया. इसके बाद पिता को अपने बेटे के शव को बाइक पर पोस्टमार्टम हाउस तक ले जाना सही समझा. वहीं इस मामले पर जिला अस्पताल प्रशासन का कहना हैं कि पीड़ित परिवार को थोड़ा सब्र करना चाहिए था क्योंकि शव वाहन लाने-ले जाने में समय लगता है और लगातार वाहन इसी काम में लगे हैं.
व्यवस्था को दोष मत दीजिए साहब। अब लोग आत्मनिर्भर बनने लगे हैं। सीतापुर में अस्पताल से पोस्टमार्टम हाउस तक शव ले जाने के लिए वाहन नहीं मिला। मजबूरी में घरवाले बाइक पर ही शव लेकर निकल पड़े। जवाबदेही किसकी? जिम्मेदार कौन?? pic.twitter.com/V61AAmCrEo
— Gyan Bihari Mishra (@Gyanmishra_) May 26, 2021
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें