जशपुर / अंकिरा:--- जिले में बीते नौ दिनों से नए संक्रमित केस पहले की तुलना में आधे ही आ रहे हैं, पर संक्रमण दर अभी भी 24 से 30 प्रतिशत बना हुआ है। कोरोना से मौतों के लिहाज से बुधवार का दिन जिलेवासियों के लिए सुखद रहा। पूरे 41 दिन बाद 19 मई को कोरोना से जिले में एक भी मौत नहीं हुई है। इससे पहले 7 अप्रैल को कोरोना से मौत की संख्या शून्य थी।
7 अप्रैल के बाद जिले में
लगातार कोरोना से मौतें हुई हैं। अप्रैल में रोजाना ही दो से तीन मौतें कोरोना की
वजह से हुई है। कुल मौतों में से करीब 20 फीसदी मौतें बाहर की
अस्पताल में और बाकी शहर के कोविड हॉस्पिटल में हुई। मई के महीने में 1 मई से 10 मई तक कोरोना का संक्रमण काफी ज्यादा रहा। रोजाना औसतन 500 से 600 मरीज सामने आ रहे थे। 11 मई के बाद नए मरीजों की
संख्या में कमी आई और बीते नौ दिनों में रोजाना 300 से 400 के बीच मरीज मिले हैं। 1 मई से 18 मई के बीच मौतें काफी ज्यादा हुईं। एक दिन में रिकार्ड 9 मरीजों की मौत भी हुई है। रोजाना 3 से 6 मौतें हो रही थीं। 11 मई के बाद संक्रमण की
रफ्तार जरूर कम हुई थी पर मौतों की संख्या में कोई गिरावट नहीं देखी जा रही थी। पर
19 मई की रिपोर्ट में लोगों ने बड़ी राहत
दी है। कोरोना से मौत की संख्या शून्य रही। नए संक्रमित केस भी सिर्फ 306 मिले हैं।
अप्रैल के बराबर मौतें मई
के 18
दिनों में
मई में जिले में मौतें अप्रैल से भी ज्यादा हुई है।
अप्रैल के 30
दिन में कोरोना से मरने
वालों की संख्या 68 थी। वहीं मई में सिर्फ 18 दिन में 65 लोगों की मौतें हो चुकी हैं।कोविड
हॉस्पिटल में कई गंभीर मरीज भर्ती हैं जिनकी हालत चिंताजनक है। मौतों के आंकड़े को
कम करने के लिए जागरूक किया जा रहा है कि कोई भी लक्षण दिखाई पड़े तो जांच कराएं।
यह चिंताजनक: केस घटे पर
ऑक्सीजन बेड अब भी फुल
जिले में कोरोना के केस में भले ही कमी आ रही हो पर
गंभीर मरीजों की संख्या में कोई कमी नहीं है। गंभीर मरीजों के उपचार के लिए बनाए
गए सीएमसी कोविड हॉस्पिटल में 75 बेड में से 58 बेड पर मरीज हैं। यहां सभी बेड पर
ऑक्सीजन है और भर्ती सभी मरीज सांस लेने की समस्या से जूझ रहे हैं। कोविड हॉस्पिटल
के आईसीयू में बीते दो महीनों से बेड खाली नहीं हो पा रहा है। गंभीर मरीज आने पर
पूर्व में भर्ती मरीज जिनकी हालत में थोड़ सुधार होता है उसे ऑक्सीजन बेड पर शिफ्ट
करने के बाद ही नए मरीज को बेड मिल पाता है। इस हाॅस्पिटल में 10 आईसीयू बेड बढ़ाने के बाद भी आईसीयू
बेड की समस्या बनी हुई है। हालांकि ऑक्सीजन बेड वाले कुनकुरी के हॉलीक्रास अस्पताल
में फिलहाल सिर्फ 3 मरीज भर्ती हैं और यहां
वेंटिलेटर व आईसीयू बेड खाली पड़े हैं।
कोविड हॉस्पिटल के आईसीयू में मरीज का टेम्प्रेचर
मापती नर्स
पत्थलगांव और बगीचा में
नहीं घट रहे केस
बीते दस दिन से कोरोना के सबसे अधिक संक्रमित केस
पत्थलगांव व बगीचा विकासखंड से सामने आ रहे हैं। अन्य विकासखंडों में कोरोना
संक्रमण के काफी हद तक अंकुश लगा है। 19 मई की रिपोर्ट के मुताबिक
जशपुर शहर में 22, लोदाम में 12, मनोरा में 2, दुलदुला में 9, बगीचा में 83,
कुनकुरी में 27, कांसाबेल में 24, फरसाबहार में 38 व पत्थलगांव में 89 नए केस मिले हैं। बगीचा के
कोविड केयर सेंटर में 50 बेड में से 37 बेड पर मरीज हैं और 13 बेड खाली पड़े हैं। पत्थलगांव
के 80 बेड केयर सेंटर में 32 बेड पर मरीज हैं और 48 बेड खाली पड़े हैं।

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