अंकिरा---- चक्रवात यास का अच्छा-खासा असर जशपुर सहित जिले के मैदानी इलाकों में देखने को मिला। बुधवार को सुबह से 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चली। रिमझिम फुहार सुबह से ही पड़ने लगी। दोपहर 11 बजे के बाद तेज बारिश शुरू हो गई औऱ शाम 5 बजे तक लगातार बारिश हुई। शाम 5 बजे के बाद भी देर शाम तक रिमझिम फुहारों का दौर जारी रहा।
यास तूफान का असर मंगलवार शाम से ही दिखना शुरू हो गया था। मंगलवार की शाम को आसमान में घने काले बादल छा गए थे और रात 8 बजे से आधे घंटे बारिश हुई। रात भर रूक-रुककर बारिश होती रही। बुधवार सुबह तेज हवाओं के चलने से जनजीवन प्रभावित रहा। दिनभर हुई बारिश के कारण पूरी तरह शहर का मार्केट खुलने के बावजूद दुकानों में भीड़ नजर नहीं आई। शहर की सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। बारिश की वजह से शहर की मेन रोड पर जगह-जगह पानी जमा हो गया। जिले के पाठ इलाकों में भी तेज बारिश हुई है। तेज हवा और बारिश से गांवों में नुकसान की खबर अब तक नहीं आई है।
मौसम विशेषज्ञ के अनुसार सबसे ज्यादा खतरा जशपुर में
मौसम विज्ञान केंद्र द्वारा यास के प्रदेश में पड़ने वाले प्रभाव को लेकर जो अनुमान लगाया गया है उसके मुताबिक प्रदेश में इसका सबसे ज्यादा असर सरगुजा संभाग के जशपुर में देखने को मिलेगा। मौसम विभाग के निदेशक आरके वैश्य ने बुधवार को राज्य सरकार को पत्र लिखकर खतरे की जानकारी दी है। जिसके मुताबिक प्रदेश के बलरामपुर, सरगुजा, जशपुर, रायगढ़, जांजगीर और महासमुंद जिले में तूफान का असर दिखेगा। 28 मई तक तेज हवाओं के साथ बारिश हो सकती है। रायपुर मौमस विज्ञान केंद्र के अनुसार सरगुजा के जशपुर इलाके में 40 किमी प्रति घण्टे की रफ्तार से हवा चलेगी और आसमानी बिजली गिरने के साथ तेज बारिश होगी। तेज हवाओं के चलने और वज्रपात की वजह से नुकसान हो सकता है।
यलो अलर्ट पर जिले में आज भी दिनभर बारिश
यास के कारण जशपुर जिला यलो अलर्ट पर है। मौसम वैज्ञानिक भूरिया के मुताबिक आज भी जिले भर में तेज बारिश हो सकती है। हवाओं की रफ्तार मध्यम रहेगी। तूफान का असर 29 मई तक रहेगा। इसके बाद मौसम सामान्य हो सकता है। शुक्रवार को भी दिनभर आसमान में बादल रहेंगे पर ज्यादा बारिश नहीं होगी।
दोपहर में बारिश के दौरान शहर का नजारा।
साइक्लोन ने बदली दिशा, खतरा टला
कृषि विज्ञान केंद्र डूमरबहार के मौसम वैज्ञानिक डॉ एस के भूरिया ने बताया कि बंगाल से उठी तेज हवाओं का रुख शुरुआत में झारखंड से लेकर छत्तीसगढ़ के पूर्वी इलाकों की तरफ थी। दोपहर 3 बजे तक की स्थिति में साइक्लोन तेजी से इस ओर बढ़ रहा था। अगर यही दिशा होती तो झारखंड के मध्य इलाकों से लेकर जशपुर जिला भी बुरी तरह प्रभावित होता। हवा की रफ्तार इतनी तेज होती कि कई पेड़ धराशायी हो जाते, कच्चे मकानों के छ्प्पर उड़ जाते और भारी नुकसान होता। पर शाम 3.30 बजे साइक्लोन की दिशा बदलने से खतरा टल गया है।
नवतपा में मौसम सुहाना
यास तूफान के कारण छाए बादल, हवा औऱ बारिश के कारण शहर के तापमान में भारी गिरावट आई है। बुधवार को दिन का अधिकतम तापमान 29 डिग्री और न्यूनतम तापमान 22 डिग्री दर्ज किया गया। नवतपा के बावजूद इस भीगे मौसम में फिलहाल कूलर, पंखे सब बंद हो चुके हैं।
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