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रायपुर डेस्क:-- छत्तीसगढ़ के लिए अच्छी खबर भी है और बुरी खबर भी। सबसे पहले अच्छी खबर बताते हैं। पिछले 24 घंटे के अंदर नए मरीजों से ज्यादा ठीक होने वालों की संख्या बढ़ी है। ये हफ्ते में तीसरा दिन है जब कोरोना से रिकवर होने वाले लोगों की संख्या नए केस से ज्यादा है। आंकड़ों पर नजर डालें तो बुधवार को कोरोना के 14,519 नए संक्रमित मिले हैं जबकि इससे ज्यादा 16,188 मरीजों ने संक्रमण को मात दी।
इससे पहले इसी हफ्ते 20 अप्रैल को 15,625 नए मरीज मिले थे जबकि 15,830 लोग ठीक हुए थे। 18 अप्रैल को 12,345 नए मरीजों की तुलना में ठीक होने वालों की संख्या 14,075 थी। प्रदेश में अब तक 5 लाख 88 हजार 818 लोग कोरोना संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इनमें से 4 लाख 59 हजार 600 लोग ठीक हो चुके हैं। वर्तमान में प्रदेश में 1 लाख 22 हजार 751 मरीजों का अस्पतालों और होम आइसोलेशन में इलाज चल रहा है।
लेकिन... एक दिन में 183 मौत ने बढ़ाई चिंता---
स्वास्थ्य विभाग को अब अधिक संख्या में हो रही मौतों की चिंता हो रही है। बुधवार को 183 मौतों का आंकड़ा आया था, जिनमें से अकेले रायपुर जिले में 67 मौतें हुई हैं। इससे एक दिन पहले 20 अप्रैल को 181 मौतें हुई थीं। जबकि 19 अप्रैल को 165 मौतों की जानकारी सामने आई थी। पिछले एक सप्ताह में बुधवार को सबसे अधिक मौतों का आंकड़ा आया है। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि ऐसा मरीज के काफी गंभीर अवस्था में अस्पताल पहुंचने की वजह से हो रहा है।
प्रदेश में रोजाना 20 हजार तक मरीज मिलने का अनुमान--
प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री TS सिंहदेव ने बताया है, विशेषज्ञों का अनुमान है कि कोरोना से छत्तीसगढ़ के 18 लाख लोग संक्रमित हो सकते हैं। टेस्ट की संख्या बढ़ेगी तो मरीजों की संख्या भी बढ़ जाएगी। स्वास्थ्य विभाग अभी एक दिन में 50 हजार टेस्ट कर रहा है। इसे 60 हजार से 70 हजार टेस्ट प्रतिदिन करने की तैयारी चल रही है। ऐसा हुआ तो औसतन 20 हजार नए मामले रोज आएंगे। अभी की तरह अगर 1% भी मृत्यु दर होती है तो रोज औसतन 200 लोगों की जान जा सकती है।
ऑक्सीजन सुविधा वाले 13 हजार बिस्तर जुटाने की कवायद--
सरकार पूरे प्रदेश में ऑक्सीजन की सुविधा वाले 13 हजार बेड बनाने की तैयारी कर रही है। इसमें से अभी 6 हजार बेड्स में ही ऑक्सीजन की सुविधा दी जा सकी है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, 'प्रदेश में ऑक्सीजन का पर्याप्त उत्पादन है। लेकिन हमारे पास जंबो सिलेंडर नहीं हैं। इसकी वजह से अधिकतर बेड को पाइपलाइन से नहीं जोड़ पा रहे हैं। केंद्र सरकार और निजी एजेंसियों से इसके लिए मदद मांगी गई है।'
स्वास्थ्य विभाग ने 296 डॉक्टरों को संविदा पर रखा---
सरकार ने MBBS पाठ्यक्रम पूरा कर चुके 296 डॉक्टरों को 2 वर्ष की संविदा पर नियुक्त किया है। चिकित्सा शिक्षा संचालनालय ने इन डॉक्टरों की सूची 13 अप्रैल को भेजी थी। प्रदेश के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में जरूरतों का आकलन करने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने बुधवार शाम को इनकी नियुक्ति का आदेश जारी कर दिया। सभी को 10 दिनों के भीतर जॉइन करने को कहा गया है। कोरोना काल में इन डॉक्टरों के मिल जाने से सरकारी अस्पतालों में मैन पावर की कमी दूर होगी।
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