एलएसडी डेस्क :-- लंबे समय तक हड़ताल करने के बाद पंचायत सचिवों को सिर्फ आश्वासन की मिल पाया है, लेकिन अब सचिव एक बार फिर अपनी मांगों को लेकर मुखर हो गए हैं। पंचायत सचिवों की प्रांतीय अध्यक्ष तुलसी साहू ने प्रदेश पंचायत सचिव संघ की ओर से मुख्य सचिव को पत्र लिखा है।
पत्र में इस बात का जिक्र किया है कि पंचायत सचिवों को कोविड-19 के दौरान बहुत सारे काम दिए गए हैं, जिसकी वजह से कोई भी काम ठीक तरीके से पूरा नहीं हो पाता है। कोरोना ड्यूटी के दौरान मारे गए लोगों को अब तक सहायता राशि भी शासन की ओर से नहीं दी गई है, इसका भी जिक्र पत्र में किया है। पंचायत सचिवों ने अपनी इन 2 मांगों को फिर उठाया है। कोविड-19 में केवल एक ही काम का दायित्व दिया जाए, जिसे पंचायत के सचिव व सफलतापूर्वक संपादित कर कार्य का निराकरण कर सकें। अन्य दूसरे कार्यों के लिए दूसरे विभाग के कर्मचारियों की भी ड्यूटी लगाई जानी चाहिए।
पंचायत सचिवों को कोरोना वॉरियर्स मानते हुए 50 लाख रुपए बीमा का लाभ दिया जाए। संक्रमण से मृत पंचायत सचिव के परिवार को 50 लाख की आर्थिक सहायता दी जाए। जिले के पंचायत सचिवों का कहना है कि अगर शासन 20 अप्रैल तक उनकी मांगों को नहीं मानेगा, तो वह भी दूसरे कर्मचारियों की तरह घर में रहकर ही काम करेंगे। वहीं पंचायत सचिवों ने इस पत्र में कोरोना संक्रमण से मारे गए पंचायत सचिवों की सूची भी संलग्न की है और उन्हें 50 लाख की बीमा राशि देने की मांग की है। जिले के पंचायत सचिवों का कहना है कि वे अपने प्रांतीय संगठन के निर्देशों का पालन करेंगे और उनकी मांग पूरी नहीं होगी तो वे भी वर्क फ्रॉम होम में ही रहेंगे।




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